मुंबई | में भारतीय नौसेना के युद्धपौत में विस्फोट हुआ। पानीपत के गांव सुताना के कृष्ण की जान चली गई। उनके बड़े भाई विष्णुदत्त भी सेना में थे। शहीद हो गए थे। पिता भी आर्मी में थे।ये शहीदों का परिवार है। पहले बड़ा भाई देश के लिए शहीद हुआ। अब छोटा भाई कुर्बान हो गया। मुंबई में भारतीय नौसेना डाकयार्ड पर युद्धपोत आइएनएस रणवीर में विस्‍फोट हो गया। इसमें तीन नौसैनिकों की जान चली गई। इनमें शहीद हुए 47 वर्षीय कृष्‍णदत्‍त पानीपत के गांव सुताना के रहने वाले थे। गांव को अपने बेटे ही नहीं, इस पूरे परिवार पर नाज है। दरअसल, पूरा परिवार ही आर्मी में है। बड़े भाई विष्‍णुदत्‍त आर्मी में थे, जो आठ वर्ष पहले शहीद हुए। पिता गोपीचंद भी आर्मी में थे। विष्‍णुदत्‍त के दोनों बेटे सेना में हैं। रघुदत्‍त लेफ्टिनेंट है, छोटा बेटा शैंकी नेवी में है।

शहीद कृष्ण का पार्थिव शरीर बुधवार शाम तक सुताना गांव लाया जाएगा। वीरवार को राजकीय सम्‍मान के साथ संस्‍कार किया जाएगा। कृष्‍णदत्‍त की पत्‍नी व तीन बच्‍चे हैं। बच्‍चे भी आर्मी में ही जाना चाहते हैं। तीन भाइयों में कृष्‍ण सबसे छोटे थे। विष्‍णुदत्‍त बड़े थे। बीच वाले भाई सुभाष यहां गांव भादड़ में शिक्षक हैं। कृष्‍ण अब मुंबई में बस गए थे। बीच-बीच में गांव आते थे। गांव में ही अंतिम संस्‍कार होगा।

घटना की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी

INS रणवीर युद्धाभ्यास के बाद बेस पोर्ट पर लौट रहा था। हादसा कैसे हुआ, इसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। आइएनएस के अंदरुनी हिस्‍से में विस्‍फोट हुआ था। यह राजपूत श्रेणी का चौथा डिस्‍ट्रायर है। इसे भारतीय नौसेना में 21 अप्रैल, 1986 को शामिल किया गया था।