जबलपुर ।  नगर निगम की बजट बैठक दूसरे दिन भी हंगामाखेज रही। पं भवानी प्रसाद सभागृह में आयोजित बैठक में भाजपा पार्षद दल की लवलीन आनंद ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित 1400 करोड़ रुपये के बजट को घोषणाओं का पुलिंदा करार दिया। उन्होंने सदन में ये तक कह दिया कि हम सभी पार्षदों को घोषणवीर महापौर सम्मान करना चाहिए। उनके इतने कहते ही सदन में बवाल मच गया। सत्ता पक्ष के पार्षदों ने खड़े होकर जोरदार आपत्ति दर्ज कराई। उपसभापति व कांग्रेस पार्षद अयोध्या तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि शहर के प्रथम नागरिक का इस तरह से अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। घोषणावीर तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान है जो आए दिन घोषणाएं करते रहते हैं। उनके इतना कहते हैं ही विपक्ष भड़क गया और सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने आमने आ गए। दोनों तरफ आरोप-प्रत्यारोप के तीर चलने लगे। कुछ देर के लिए सदन का महाैल गरमाया रहा।

अपमान की ये गलत परपंरा

घोषणावीर महापौर के संबोधन से महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू भी आहत नजर आए। उन्होंने कहा कि सदन में इस तरह की परपंरा नहीं रही है, ये गलत परपंरा है। विपक्ष की मंशा महापौर को घोषणावीर की उपाधि देकर गमछा पहना कर अपमान करने की है तो सत्ता पक्ष के पार्षद चुप नहीं रहेंगे वे भी यहां मुख्यमंत्री की फोटो लगाकर गमछा पहनाएंगे। नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल भाजपा पार्षद के बयान पर सफाई देते रहे। सदन में हंगामा बढ़ता देख निगमाध्यक्ष की आंसदी ने रिंकू विज पक्ष-विपक्ष के पार्षदों को शांत कराते रहे।

फिल्म सिटी के लिए जमीन कहां, महापौर ने कहा -108 एकड़ है

विपक्ष ने रोप वे निर्माण और फिल्म सिटी के विषय पर नगर सरकार को घेरना चाहा उनका कहना था कि जबलपुर में इतनी जमीन और पैसा कहां है जहां फिल्म सिटी बने। बैंगलौर, मुंबई जैसे शहरों में ये संभव है। जिस पर महापौर ने कहा कि नगर निगम के पास 108 एकड़ जमीन है। फिल्म सिटी को लेकर पूरी कार्ययोजना तैयार है। तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल में फिल्म सिटी को लेकर मुंबई से 40 प्रोड्सर आए थे। एक बड़ी बैठक भी हुई थी डीपीआर भी बनाकर भेजी गई थी। तत्कालीन कलेक्टर भरत यादव ने नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया था। उन्होंने सदन काे भरोसा दिलाया कि बजट में जो भी प्रविधान किए गए हैं वे बहुत सोच समझ कर पूरे किए गए है। इसके बाद एक-एक कर अधिकांश पार्षदों ने अपनी बात रखी। सदन की बैठक बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

शराब दुकान के विरोध में मिले सुर

शहर में जहां-तहां खुल रही शराब दुकानों का मुद्दा नगर निगम की सदन की बैठक में भी गूंजा। दीनदयाल उपाध्याय वार्ड की भाजपा पार्षद मोनिका सिंह ने वार्ड में एक ही जगह पर दो शराब दुकान खाेले जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि नियम विरूद्ध तरीके से खुल रही शराब दुकान के कारण रात में लौटने वाली कामकाजी महिलाएं असुरक्षित महसूस करेंगी। नगर निगम की तरफ से नियम विरूद्ध तरीके से खुल रही शराब दुकानों पर निगम को संज्ञान लेते हुए कार्रवाई प्रस्तावित की जानी चाहिए। इसी तरह बैठक में चेरीताल, रसल चौक, करमेता सहित अन्य क्षेत्रों में खुल रही शराब दुकानों को लेकर पक्ष-विपक्ष ने एक सुर में आपत्ति दर्ज कराई। नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने समर्थन करते हुए कहा कि ये गंभीर विषय है इस पर सभी को मिलकर निर्णय लेना होगा। शराब दुकान वैध है या अवैध इसके जांच करने कमेटी बना दी जाए। महापौर ने जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि ये विषय हर घर से जुड़ा विषय इस पर अलग से बैठक बुलाकर चर्चा करनी होगी और प्रभावी निर्णय लेने होंगे। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में नियम विरूद्ध तरीके से शराब दुकान खोली जा रही है वे पत्र दें। उनकी समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा ।जरूरत पड़ेगी तो पक्ष-विपक्ष का प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर से मिलेगा।

महिला पार्षदों ने भी सदन में उठाईं क्षेत्र की समस्याएं

मंगलवार को सदन में ज्यादातर महिला पार्षदों ने अपने क्षेत्र की समस्याएं उठाईं। जाकिर हुसैन वार्ड की निर्दलीय पार्षद मुकीमा अंसारी ने पूर्व में हुए भीषण अग्निहादसों का जिक्र करते हुए क्षेत्र में फायर सब स्टेशन बनाने की मांग की। रानी लक्ष्मी बाई वार्ड से बीजेपी पार्षद कृष्णा दास चौधरी ने क्षेत्र में सामुदायिक भवन बनाने और वर्षा के दौरान क्षेत्र में होने वाले जलप्लावन की समस्या दूर करने बजट में प्रविधान करने कहा। निर्मलचंद जैन पार्षद रीना यादव गोकुलपुर वार्ड की पार्षद रितु यादव ने पशुपालकों के मृत पशुओं को उठाने व उन्हें दफनाने के एवज में लिए जा रहे तीन हजार रुपये शुल्क माफ करने या कम करने का अग्राह किया। इसी तरह हनुमानताल वार्ड पार्षद कविता रैकवार, रागिनी यादव, रजनी साहू आदि ने भी क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हुए निराकरण की मांग की।

ये भी हुआ

पार्षद लवनीन आनंद बजट में प्रस्तावित सभी 48 बिंदुओं पर चर्चा करती रही। पार्षद वकील अंसारी ने आपत्ति करते हुए कहा कि निगमाध्यक्ष ने सभी पार्षदों से पांच-पांच बिंदुओं पर बोलने का समय निर्धारित कर दिया तो फिर क्योंकि अमल नहीं किया जा रहा। निगमाध्यक्ष रिंकू विज भी उन्हें बार-बार बैठ जाने का इशारा करते रहे फिर भी वे नहीं मानी। भोजन अवकाश के बाद सदन की बैठक में निगम का एक भी अधिकारी नजर नहीं आया। जिस पर नेता प्रतिपक्ष ने आपत्ति करते हुए निगमाअध्यक्ष से कहा कि वे निर्देशित करें कि बैठक में सभी विभागीय अधिकारी अनिवार्य रूप से मौजूद रहे।

पूर्व मंत्री व विधायक पहुंचे, कहा, मिलकर जबलपुर को बनाएं बेहतर

नगर निगम सदन की बजट बैठक में पूर्व वित्त मंत्री व पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक तरूण भनोत भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि परिवार और सरकार को चलाने के लिए वित्तीय प्रबंधन बेहद जरूरी है। उन्होंने तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने नर्मदा रिवर फ्रंट, टाइगर सफारी, मेट्रो ट्रेन चलाने सहित कई योजनाओं के लिए राशि स्वीकृत की है। पक्ष-विपक्ष जबलपुर के विकास लिए एकजुट होकर राज्य शासन से इन योजनाओं को धरातल लाने की मांग करें। उन्होंने कहा कि अभी हम भोपाल, इंदौर की तर्ज पर जबलपुर का विकास करने की बात कहते हैं अपने स्तर पर जबलपुर को इस कदर विकसित करें कि दूसरे शहर जबलपुर का उदाहरण पेश करें। उन्होंने ये सुझाव भी दिया कि जबलपुर के समुचित विकास के लिए बजट बैठक पक्ष-विपक्ष को एक जुटकर निर्णय लेने चाहिए। उन्होंने बजट की सराहना भी की।