आसमान में बादलों की मौजूदगी ने एक तरफ जहां अधिकतम तापमान को गिरा दिया है, वहीं अप्रैल में न्यूनतम तापमान का बीते 19 वर्ष का नया रिकार्ड बना दिया है। न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो 2004 के बाद के वर्षों में अप्रैल का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान है। इससे पहले 18 अप्रैल, 2004 में न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। ऐसे में मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय इस बार अप्रैल की रात को बीते 19 वर्ष की सर्वाधिक गर्म रात करार दे रहे हैं।

हाट-डे रहा शुक्रवार

शुक्रवार का न्यूनतम तापमान औसत के मानक पर भी काफी भारी पड़ा। यह औसत से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड किया गया। चूंकि यह हाट-डे के मानक से अधिक था, इसलिए शुक्रवार को मौसम विभाग के मानक पर हाट-डे भी माना गया। मानक के अनुसार जिस दिन न्यूनतम तापमान औसत से साढ़े चार डिग्री सेल्सियस कम होता है तो उस दिन को हाट-डे माना जाता है। उधर दिन में बादलों की मौजूदगी से धूप का तेवर कुछ हद तक ठंडा पड़ा, जिससे पांच दिन बाद अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे आया।

जारी रहेगा पछुआ हवा चलने का सिलसिला

बीते दिन के मुकाबले अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार का अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था, जो शुक्रवार को गिरकर 37.5 डिग्री सेल्सियस हो गया। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो दिन तक बादलों की मौजूदगी रहेगी, ऐसे में अधिकतम तापमान नियंत्रण में रहेगा। मौसम साफ होते ही उसमें फिर से बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। एक बार फिर इसके 40 के पार जाने का पूर्वानुमान है। शुष्क पछुआ हवा के 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलते रहने का सिलसिला फिलहाल जारी रहेगा।

गर्मी बढ़ते ही पानी का संकट बढ़ा

गर्मी तेज होते ही महानगर में पानी का संकट खड़ा होने लगा है। तिवारीपुर इलाके में जलस्तर नीचे जाने से नलकूप ने पानी उठाना ही छोड़ दिया था। नलकूप का पाइप की लंबाई 10 मीटर बढ़ाई गई तब कहीं जाकर पानी निकलना शुरू हुआ। इसके अलावा चार ट्यूबवेल में खराबी आने से पानी की आपूर्ति पर असर पड़ा। तिवारीपुर के सूफी हाता में ट्यूबवेल के पानी छोड़ने से नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। साकेतपुरी में ट्यूबवेल का मोटर जल जाने से शुक्रवार को पानी नहीं मिल सका।