राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में एक बार फिर प्रेम प्रसंग के चलते सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आया है। जिले के धोरीमन्ना क्षेत्र के मांगता गांव में एक प्रेमी युगल ने प्राइमरी स्कूल की चारदीवारी में नीम के पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।

सुबह जब दोनों युवक-युवती घरवालों को नहीं मिले, तो परिजन ढूंढते हुए गांव में पहुंचे। यहां स्कूल में नीम के पेड़ पर कपड़े के फंदे से दोनों के शव लटके हुए मिले। बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना थानाक्षेत्र के मांगता गांव में हुई इस घटना से सभी दहल गए। आत्महत्या से पहले मरने वाले दोनों लड़के-लड़की ने वॉट्सएप पर एक-दूसरे की फोटो का स्टेटस भी लगाया था।

कपड़े की थैलियों से रस्सी बनाकर की आत्महत्या

धोरीमन्ना थाना पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मांगता निवासी खुशी (19 साल) पुत्री नरेश कुमार और ओमप्रकाश (21 साल) पुत्र बाबुलाल दोनों के बीच पिछले काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों के घर की दूरी करीब आधा किलोमीटर ही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों रात को ही अपने घर से निकल कर गांव में बने सरकारी प्राइमरी स्कूल में आ गए थे। आशंका जताई जा रही है कि दोनों देर रात के बाद स्कूल में ही रुके हुए थे। वहीं से दोनों ने एक दूसरे के सेल्फी लेकर अपने-अपने वॉट्सएप स्टेट्स पर लगाया। इसके बाद कपड़े की थैलियों से रस्सी बनाई और फंदा बनाकर स्कूल में लगे नीम के पेड़ से लटक गए और जान दे दी।

ओमप्रकाश सुबह नहीं दिखा, तो मां के तलाश करने पर लटके हुए मिले शव

मृतक ओमप्रकाश की मां उठी, तो वह घर में नहीं था। इसके बाद वह अपने लड़के को ढूंढते-ढूंढते सुबह पांच बजे स्कूल में पहुंची। यहां खुशी और ओमप्रकाश के शव लटकते हुए देख चिल्लाने लगी। इस पर आस-पास के लोग भी मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि दोनों के शवों को धोरीमन्ना अस्पताल की मोर्चरी में ले जाया गया था। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।

युवती की हो रखी थी सगाई

धोरीमन्ना थाने के ASI लाखाराम ने बताया कि खुशी 12वीं पास हैं और ओमप्रकाश बीए पास है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। करीब साल भर पहले ही खुशी की बाड़मेर के पास सम्मों की ढाणी गेहूं में सगाई हो रखी थी, जबकि ओमप्रकाश के पिता बाबूलाल फौज में हैं और अभी छत्तीसगढ़ में तैनात हैं।