इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड 'The Kashmir Files' पर बयान देकर विवादों में फंस गए हैं। फिल्म निर्माता 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) के जूरी हेड हैं और उन्होंने अपने स्पीच में 'The Kashmir Files' को 'वल्गर' बताया था, जिस वजह से सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा हो गया। उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील ने शिकायत दर्ज करवाई है।

सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे वकील विनोद जिंदल ने मंगलवार को नादव लैपिड के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। इस दौरान विनोद जिंदल ने आईएफएफआई के जूरी हेड नादव लैपिड पर आरोप लगाया है कि फिल्म 'The Kashmir Files' को 'अश्लील' और 'दुष्प्रचार' कहकर कश्मीर में किए गए हिंदू समुदाय के बलिदान को कथित रूप से गाली दी है। विनोद जिंदल की शिकायत आईपीसी की धारा 121,153,153A और B, 295, 298 and 505 के तहत दर्ज की गई है। 

एडवोकेट विनीत जिंदल ने अपने बयान में कहा कि नादव लैपिड द्वारा दिया गया बयान समूहों के बीच दुश्मनी भड़काने के उनके इरादे को दर्शाता है। एक सामाजिक कार्यकर्ता और हिंदू होने के नाते नादव लैपिड द्वारा दिए गए बयान से मेरी धार्मिक भावनाएं बहुत आहत हुई हैं। इसके आगे विनीत जिंदल ने यह भी कहा कि इस्राइली फिल्म मेकर के इस बयान पर आईएफएफआई बाकी जूरी सदस्यों ने भी कुछ नहीं किया। 

बता दें कि इस्राइल के फिल्म मेकर नादव लैपिड ने आईएफएफआई में कहा, 'फिल्म The Kashmir Files से हम सभी परेशान और हैरान थे। यह मुझे एक प्रचार और अश्लील फिल्म की तरह लगी, जो इस तरह के प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए जरूरी नहीं है। मैं यहां पर आपके साथ इन भावनाओं को खुले तौर पर साझा करने में पूरी तरह से सहज महसूस कर रहा हूं। इस उत्सव की भावना में, हम निश्चित रूप से एक आलोचनात्मक चर्चा को भी स्वीकार कर सकते हैं, जो कला और जीवन के लिए आवश्यक है।'