श्रीलंका इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है। श्रीलंका के आर्थिक संकट की वजह से जहां चाय के बाजार में भारत के लिए अवसर बन रहा है। वहीं दूसरी तरफ प्याज की खेती करने वाले किसानों की टेंशन बढ़ गई है। श्रीलंका के मौजूदा वित्तीय संकट और बांग्लादेश द्वारा आयातित प्याज कर में इजाफे के बाद निर्यात पर बुरा असर पड़ा है।देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक क्षेत्र नासिक के निर्यातकों के कहना है का भुगतान में हो रही देरी की वजह से श्रीलंका को निर्यात कम हुआ है। निर्यातकों का कहना है कि बांग्लादेश और श्रीलंका को होने वाले प्याज  के निर्यात में 4000 से 5000 टन की गिरावट देखने को मिली है। श्रीलंका में आर्थिक संकट की वजह से निर्यातकों का बकाया दो से तीन महीने तक का हो गया है। पहले ये 10 से 12 दिन का था।

श्रीलंका के अलावा बांग्लादेश सरकार के फैसले की वजह से भी प्याज के निर्यात पर बुरा असर पड़ा है। घरेलू किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए बांग्लादेश की सरकार ने आयात होने वाले प्याज पर आयात शुल्क 2.80 किलो प्रति टका बढ़ाने का फैसला किया है। बता दें, बांग्लादेश सालाना 1 मिलियन तक प्याज का आयात करता है। जिसमें से अधिकतर प्याज भारत से आयात किया जाता है।