कानपुर के श्याम नगर सी ब्लॉक में मानसिक तनाव से परेशान एक व्यक्ति आरके दुबे ने रविवार को बहू और बेटे को बंधक बनाने के बाद पुलिसकर्मियों पर अपनी दोनाली बंदूक से ताबड़तोड़ फायरिंग की। छर्रे लगने से दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। दो घंटे में सिरफिरे ने छत से 40 राउंड फायर झोंक डाले। बड़ी मशक्कत के बाद डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार बातचीत कर उसको समझा सके। तब वह घर के भीतर दाखिल हुए और तत्काल आरोपी को हिरासत में लेकर बेटे-बहू को बचाया। आरोपी मानसिक तनाव में था। इस दौरान पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई। पुलिस के मुताबिक आरके दुबे का बेटे सिद्धार्थ व बहू भावना से विवाद चल रहा है। रविवार को किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। दोपहर करीब एक बजे भावना ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो आरके दुबे ने छत से फायरिंग शुरू कर दी। तीन पुलिसकर्मियों को छर्रे लग गए। भीतर से चीख पुकार की आवाज सुनाई दे रही थी। पता चला कि आरके दुबे ने सिद्धार्थ और भावना को बंधक बना लिया है। जानकारी होने पर डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार, एडीसीपी पूर्वी राहुल मिठास, एसीपी कैंट, एसीपी कोतवाली समेत छह थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। इस दौरान रुक-रुककर आरोपी फायरिंग करता रहा। दूसरी तरफ डीसीपी पूर्वी उसको समझाने में जुटे रहे।