नई दिल्ली | भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने शनिवार को कहा कि वरिष्ठ बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में विराट कोहली की अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व करना चाहिए था। भारत ने दूसरा टेस्ट सात विकेट से गंवा दिया, क्योंकि प्रोटियाज के कप्तान डीन एल्गर ने नाबाद 96 रन बनाकर रिकॉर्ड 240 रनों का पीछा किया था। भारत के टेस्ट कप्तान कोहली चोट के कारण दूसरे टेस्ट से चूक गए थे और नए उपकप्तान केएल राहुल को इस मैच में कप्तानी का जिम्मा सौंपा गया था। राहुल ने पहली पारी में अर्धशतक बनाया, लेकिन उनकी कप्तानी विशेषकर चौथी पारी में, सवालों के घेरे में आ गई, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका की टीम बिना किसी दबाव के लक्ष्य का पीछा करने में सफल रही थी।

इस पर जाफर ने कहा, "मैं टीम प्रबंधन के फैसले से हैरान हूं।" उन्होंने कहा, "जब आपके पास अजिंक्य रहाणे जैसा खिलाड़ी उपलब्ध हो, जिसने कप्तान के तौर पर कोई टेस्ट नहीं हारा हो और आपको ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जिताई हो, तो क्या आपको केएल राहुल को टेस्ट कप्तानी देने की जरूरत है? जाफर ने इनसाइड स्पोर्ट के हवाले से कहा, "मेरे पास केएल राहुल के खिलाफ कुछ भी नहीं है। वह युवा है और उसने पंजाब किंग्स की कप्तानी की है। लोग उनको लेकर भविष्य के कप्तान के रूप में सोच रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि कोहली की अनुपस्थिति में रहाणे को टीम का नेतृत्व करना चाहिए था।" कोहली के तीसरे टेस्ट के लिए वापसी की संभावना है, क्योंकि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि कप्तान चोट से उबर रहे हैं और श्रृंखला का आखिरी मैच खेलने के लिए तैयार हैं।