ग्वालियर ।  ग्वालियर के नए एयर टर्मिनल का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। अब इसी प्राथमिकता के साथ नए टर्मिनल पर एक्सपर्ट व इंजीनियर्स की टीम काम कर रही है। चार माह बाद सितंबर में इसे तैयार करने पर सबसे ज्यादा ध्यान है और इसके बाद उदघाटन कराया जाएगा। एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया इसकी मानीटरिंग भी कर रही है। वहीं हाल ही में ज्वाइन करने वाले ग्वालियर के नए एयरपोर्ट डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने कहा कि नए टर्मिनल के प्रोजेक्ट पर फोकस के साथ काम किया जा रहा है, यह तेजी से चल रहा है। प्रोजेक्ट की सभी बारीक डिटेल्स भी वे टीम से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि नए टर्मिनल के तैयार होते ही ग्वालियर का एयर ट्रैफिक भी बढ़ जाएगा,इसके साथ ही वे नए शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ने को लेकर भी प्लानिंग कर रहे हैं। यहां यह बता दें कि ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयर टर्मिनल का विस्तार करके लगभग पांच सौ करोड़ की लागत से इसे तैयार किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट में नया टर्मिनल टाप लिस्ट में शामिल है इसी कारण इस पूरे प्रोजेक्ट की साप्ताहिक रिपोर्ट भी ली जाती है। इस पूरे प्रोजेक्ट को तेजी से करने के लिए रोजाना एक करोड़ की लागत का कार्य हो, इस थीम पर पूरा किया जा रहा है। पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नए एयर टर्मिनल का भूमिपूजन किया था। नए टर्मिनल के लिए महाजपुरा स्थित केंद्रीय आलू अनुसंधान केंद्र की जमीन को लिया गया है और अब एप्रोच रोड को चौड़ा करने के लिए लगभग चार हेक्टेयर जमीन को और लिया जाएगा। हवाई सेवा: पहले नंबर पर बेंगलुरू,दूसरे पर दिल्ली: वर्तमान में ग्वालियर से चलने वाली हवाई सेवाओं में सबसे ज्यादा पैसेंजर बेंगलुरू के लिए मिल रहे हैं। बेंगलुरू में बड़ी बड़ी आईटी कंपनियों में ग्वालियर से नौकरी करने वालें की संख्या काफी है।

ग्वालियर से पैसेंजर बढ़ें,इसका प्रयास करेंगें: अग्रवाल

नए एयरपोर्ट डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि ग्वालियर से मौजूदा स्थिति में चलने वाली हवाई सेवाओं में अप-डाउन की स्थिति बनी रहती है। पैसेंजर संख्या को स्टेबल करने और बढ़ाने के लिए हम काम करेंगे,जिससे अधिक से अधिक शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू की जा सके। नए शहरों को जोड़ने को लेकर हवाई सेवा कंपनियों के प्रतिनिधियों से चर्चा भी की जाएगी। मौजूदा समय जिनमें फ्लाइटों का आवागमन होता है उसका बेहतर से बेहतर उपयोग हो,इसको लेकर हम काम करेंगे।