लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में कहा कि पंजाब दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के साथ खूनी साजिश रची गई। पीएम की सुरक्षा से खिलवाड़ किया गया। यह एक स्टिंग ऑपरेशन से जाहिर हुआ है। यह पूर्व नियोजित साजिश थी।
  सीएम योगी ने कहा कि देश के प्रमुख व्यक्ति के साथ सुरक्षा नियमों का पालन पंजाब सरकार ने नहीं किया। यह प्रायोजित था। पीएम के आगमन पर सीएम, सीएस और डीजीपी स्वयं नहीं आए, जबकि अगवानी का नियम है। सीएम योगी ने कहा कि वीवीआईपी मूवमेंट के पहले इंटेलिजेंस के इनपुट आते हैं। जिसमें पूरे मूवमेंट को शासन को उपलब्ध कराया जाता है। खालिस्तानियों के बयान जिस तरह से आ रहे थे और इनपुट में भी पहले से था। योगी ने कहा कि वैकल्पिक रूट की अनदेखी की गई। फ्लीट को रोका गया, जहां ड्रोन हमले या सुरक्षा से समझौता हो सकता था। उन्होंने कहा कि डीजीपी, सीएस और सीएम का वहां न होना ब्लू बुक का उल्लंघन है। इससे पंजाब सरकार बच नहीं सकती। वे सुरक्षा की वो खिल्ली उड़ाते हुए नजर आए। सीएम योगी ने कहा कि देश की संवैधानिक सुरक्षा और राष्ट्र की सुरक्षा के साथ कांग्रेस पार्टी खिलवाड़ कर रही है। कांग्रेस नेताओं ने गैरजिम्मेदाराना बयान भी दिया जिसके लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। दरअसल प्रधानमंत्री को फिरोजपुर के रास्ते में शहीद स्मारक जाते वक्त प्यारे आना गांव में 20 मिनट तक इंतजार के बाद वापस लौटना पड़ा। हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो पाया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया था। इस दौरान पीएम 20 मिनट फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह पीएम की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी। इस पूरे मामले में गृह मंत्रालय ने इसे पीएम मोदी की सुरक्षा में गंभीर चूक मानते हुए पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 42,750 करोड़ के विकास कार्यों के शिलान्यास के लिए पहुंचना था।