हैदराबाद । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की औरंगजेब की औलाद टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताकर एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने फडणवीस से पूछा, महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे की औलाद कौन हैं। औवेसी ने कोल्हापुर दंगो का जिक्र करते हुए की गई टिप्पणी के लिए फडणवीस की खिंचाई की। ओवैसी ने कहा, हमें बताएं कि गोडसे और आप्टे की औलाद कौन हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि कोल्हापुर में टीपू सुल्तान की एक तस्वीर के कथित प्रदर्शन के बाद आरएसएस के 30,000 कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। ओवैसी ने कहा, यह टीपू सुल्तान की तस्वीर नहीं थी, बल्कि किसी अल्लाह वाले की थी और स्थानीय लोगों ने पुलिस को यह समझाया। उन्होंने पूछा, महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि टीपू सुल्तान की छवि प्रदर्शित करने के लिए 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मुझे बताएं कि आईपीएस की कौन सी धारा कहती है कि आप टीपू सुल्तान की तस्वीर नहीं रख सकते।
औवेसी ने नफरत फैलाने और इस्लाम तथा मुसलमानों को बदनाम करने के लिए भाजपा और संघ परिवार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में दंगे कराने की साजिश है। उन्होंने औरंगाबाद से एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील की साम्प्रदायिक परेशानी पैदा करने के मंसूबों को विफल करने के लिए तीन घंटे तक मंदिर के सामने खड़े रहने के लिए प्रशंसा की। 
ओवैसी ने कहा कि नफरत फैलाने के लिए लव जिहाद के नाम पर महाराष्ट्र में 50 जनसभाएं की गईं। उन्होंने कहा, क्या आप जानते हैं कि लव जिहाद कहां से शुरू हुआ..? ओवैसी ने कहा, हम आपका इतिहास जानते हैं.. मैं इसतरह के कई उदाहरण दे सकता हूं। उन्होंने हाल की उस घटना का भी जिक्र किया जिसमें भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ने एक लड़की को फिल्म द केरला स्टोरी दिखाई और अगले दिन वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई। एआईएमआईएम प्रमुख ने भाजपा और संघ परिवार को प्रेम संबंधों में दखलअंदाजी न करने की सलाह दी।
ओवैसी ने एक विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए गंगा जमुना स्कूल के खिलाफ मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की कार्रवाई की निंदा की जिसमें एक हिंदू लड़की को उसके सिर पर दुपट्टा के साथ दिखाया गया है।