एक सप्ताह देरी से चल रही मानसून एक्सप्रेस के इस महीने के अंत तक लखनऊ पहुंचने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञ एचआर रंजन के मुताबिक, 28 से 30 जून के बीच मानसून लखनऊ में प्रवेश कर सकता है। पहले के संकेतों के मुताबिक इसे 22-23 जून तक आ जाना चाहिए थे। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक, सिस्टम से मिल रहे संकेत बता रहे हैं कि केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून मंडरा रहा है।

वर्ष 2022 की बात करें तो 30 जून को मानसून ने राजधानी में दस्तक दी थी। पहले ही दिन सुबह से शाम तक आठ मिमी. पानी गिरा था। हालांकि, अगले ही दिन बारिश से मिली राहत छू मंतर हो गई थी। उस वक्त मौसम वैज्ञानिकों ने तर्क दिया था कि मानसून की तीव्रता इतनी थी कि वह ठहर नहीं सका। फिलहाल मौसम विभाग सामान्य बारिश के आसार जता रहा है।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान बृहस्पतिवार को सही साबित हुआ। लोगों ने भीषण गर्मी का अहसास किया। दोपहर में धूप इतनी तल्ख थी कि सड़कों पर कम लोग ही नजर आए। पारा चढ़कर 41.3 डिग्री पर पहुंच गया। यह बुधवार के मुकाबले करीब एक डिग्री ज्यादा रहा। बृहस्पतिवार को रात का पारा 26.5 डिग्री रहा। बीते 24 घंटे के मुकाबले इसमें मामूली बदलाव आया। विशेषज्ञ एचआर रंजन के मुताबिक, पछुआ हवाएं लू जैसा अहसास तो करा रही थीं, पर लू चली नहीं।

कानपुर, इटावा, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ को छोड़ दें तो प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में अधिकतम पारा 40 डिग्री को पार कर चुका है। सर्वाधिक गर्म झांसी रहा। यहां 45 डिग्री तापमान पर लोग झुलसे। जबकि प्रयागराज में पारा 44..1 और बस्ती में 43 डिग्री दर्ज हुआ। कानपुर वायु स्टेशन पर भी तापमान 43 डिग्री दर्ज हुआ।

वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ एचआर रंजन के मुताबिक, पछुआ हवा के कारण झुलसाने वाली गर्मी का अहसास हो रहा और हवाएं आग उगलती प्रतीत हो रही हैं। फिलहाल दो-तीन दिन प्रदेश को भीषण गर्मी झेलनी होगी। मौसम विभाग ने जारी पूर्वानुमान में 11 जून तक प्रदेश के कई इलाकों में लू चलने और कहीं-कहीं बरसात के भी आसार जताए हैं।