छत्तीसगढ़ विधानसभा | छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय मंत्रियों का लगातार छत्तीसगढ़ दौरा हो रहा है। इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जमकर आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। मामले में जमकर राजनीति हो रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडू के बस्तर प्रवास पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा बस्तर के लोगों को ठगने के लिए केंद्रीय मंत्रियों का दौरा कार्यक्रम बस्तर में बनाती है। 

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय मंत्रियों का लगातार छत्तीसगढ़ दौरा हो रहा है। इसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जमकर आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। मामले में जमकर राजनीति हो रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री विश्वेश्वर टुडू के बस्तर प्रवास पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा बस्तर के लोगों को ठगने के लिए केंद्रीय मंत्रियों का दौरा कार्यक्रम बस्तर में बनाती है। 

उन्होंने कहा कि ये मंत्री बस्तर के विकास के लिये कोई योजना लेकर बस्तर नहीं आते। एक दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्री बस्तर आ चुके है, लेकिन किसी ने एक  रुपए की भी केंद्रीय सहायता बस्तर में नहीं किया है। 15 सालों तक राज्य में भाजपा की सरकार थी, तब भी बस्तर की उपेक्षा की गई। आज जब केंद्र में भाजपा की सरकार है, तब भी बस्तर के विकास के लिये केंद्र सरकार उदासीन है। भाजपा आदिवासी समाज को सिर्फ वोट लेने के लिये इस्तेमाल करना चाह रही है, लेकिन बस्तर के लोग जागरूक हैं। भाजपा के चाल में नहीं आने वाले। 

'भाजपा आदिवासी विरोधी'

उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री बस्तर में सड़क मार्ग से दौरा करने का साहस जुटा पाए हैं, तो यह भूपेश सरकार के कारण ही संभव हो पाया है। 4 साल के कांग्रेस सरकार के राज में शांति के साथ सड़क मार्गों की बहाली हुई है। वर्षो से लंबित सड़कों को बनाया गया, तब टुडू निर्भीक होकर दौरा कर रहे हैं। भाजपा कल भी आदिवासी विरोधी थी, आज भी आदिवासी विरोधी है। 15 साल के भाजपा के शासन काल में बस्तर के आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारियों को भाजपा ने बंधक बनाकर रखा था। 

'बस्तर की जनता से माफी मांगे केंद्रीय मंत्री'

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 15 सालों तक बस्तर के आदिवासी सुरक्षा बलों और नक्सलवाद के दो पाटों में पिस रहे थे। छोटी-छोटी धाराओं में मासूम आदिवासियों को वर्षों तक जेल की सलाखों में बंद रखा गया था। उनकी जमीनों को कौड़ियों के दाम लूटने का षडयंत्र रचा गया। जल, जंगल, जमीन, पर आदिवासियों के नैसर्गिक अधिकारों का हनन किया गया था। भाजपा सरकार के दौरान निरन्तर आदिवासी वर्ग पर अत्याचार हुआ। उनके अधिकारो का हनन किया गया। आदिवासी कल्याण के नाम से सरकारी योजना बनाकर बंदरबाट किया गया। इन सब के लिये भी केंद्रीय राज्य मंत्री  विश्वेश्वर बस्तर की जनता से माफी मांगे।

'कांग्रेस की वजह से सड़क मार्ग से दौरा कर रहे केंद्रीय मंत्री'

छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने केंद्रीय मंत्रियों के दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी बस्तर के लोगों को चुनावी हथियार और मतदाता के रूप में इस्तेमाल कर रही है। बस्तर पिछड़ा हुआ है। बीजेपी 15 साल तक सत्ता में रही फिर भी बस्तर के लोगों के लिए कुछ नहीं किया। केंद्र में भी इनकी सरकार है फिर भी बस्तर के लिए कोई पैकेज का ऐलान नहीं किया। बीजेपी को वादाखिलाफी और शोषण के लिए बस्तर की जनता से माफी मांगनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री बिना डरे सड़क मार्ग से बस्तर दौरा कर रहे हैं। हमने बस्तर में ऐसा माहौल दिया है कि वह आज सड़क मार्ग से दौरा कर रहे हैं। बीजेपी के शासनकाल में बिना हेलीकॉप्टर के किसी का साहस नहीं होता था कि वह बस्तर में जाए। 

'कर्मचारी सरकार पर भरोसा करें'

कर्मचारियों के हड़ताल या सभा करने के सवाल पर कहा कि किसी को सभा करने से नहीं रोका जा सकता है, लेकिन उन्हें धर्य रखना चाहिए। सीएम पर भरोसा करना चाहिए। सीएम ने बजट के बाद कहा था कि जानकारी मंगाई जा रही है। हमारे पास अभी 22 विभागों की जानकारी आई थी। कई विभागों का अभी डेटा नहीं मिला है। ऐसे में आंदोलन का रास्ता न अपनाकर भरोसा करना चाहिए। 

सुशील बोले- सुशील सोनी एक्सीडेंटल सांसद 

रायपुर से बीजेपी सांसद सुशील सोनी पर निशाना साधते हुए कहा कि सोनी को अध्ययन करना चाहिए। वो धोखे से सांसद बने हैं। वो एक्सीडेंटल सांसद है। केंद्र सरकार के पांच वादों पर उन्हें ध्यान देना चाहिए। पीएम मोदी ने इन पांच वादों में से किसी को भी पूरा नहीं किया है जबकि राज्य की कांग्रेस सरकार ने अपने 90 प्रतिशस से ज्यादा वादों को पूरा कर चुकी है। आम जनता चुनाव में बीजेपी को करारा जवाब देगी। 

'बीजेपी मुद्दाविहीन'

बीजेपी के टारगेट किलिंग के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी मुद्दाविहीन हो गई है। वह भ्रम फैलाकर राजनीति करना चाहती है। बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल में कांग्रेस के 118 से अधिक नेताओं की हत्या की गई। झीरम कांड में 32 कांग्रेस नेताओं की हत्या की गई। बीजेपी की राजनीति निम्न स्तर की है। वह लाशों पर राजनीति कर रही है।