कोटा : कांग्रेस की ओर से राजस्थान के विधायकों से चुनाव को लेकर फीडबैक लिया जा रहा है। वहीं इसी बीच विधायकों का असंतोष लगातार सामने आ रहा है। कोटा में भी कांग्रेस की फूट सामने आई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा ने जयपुर में चल रहे कांग्रेस की वन टु वन संवाद कार्यक्रम में ऐसा बयान दिया है, जो बताने के लिए काफी है कि पार्टी में सीएम गहलोत और उनके खास नेताओं के विधायक नाराज हैं। मीडिया के सामने उन्होंने सरकार के मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए। मीणा ने अपनी ही पार्टी के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि मंत्री चोटी से लेकर पैर के अंगूठे तक भ्रष्टाचार में रंगे हुए हैं। मुख्यमंत्री की क्या मजबूरी या कमजोरी है कि इन्हें नहीं हटा पा रहे हैं।

जानिए मीणा ने क्या कहा

मीणा ने आगे यह भी कहा है कि पद का दुरुपयोग करने वाले मंत्री बीजेपी वालों का साथ दे रहे हैं। ऐसे लोगों के मजबूत होने से हम कमजोर हो गए हैं। बाकी कांग्रेस मजबूत है। मतदाता कांग्रेस को चाहता है, अगर कमजोरी दूर कर दी तो कांग्रेस सत्ता में आ सकती है। हालांकि, उन्होंने साफ कहा कि परिवार में बैठते हैं तो सब तरीके की बातें होती हैं, लेकिन आज फीडबैक में खुलकर बोलने का समय नहीं था।

पीसीसी वॉर रूम में वन टू वन संवाद कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक अपनी बात सत्ता और संगठन के साथ आलाकमान के प्रतिनिधि प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के सामने रख रहे हैं। मंगलवार को उदयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के विधायकों से फीडबैक दिया। फीडबैक के बाद कोटा जिले की पीपल्दा विधानसभा से विधायक रामनारायण मीणा ने अपनी पीड़ा मीडिया के सामने बयां कर दी।

ओम बिरला और शांति धारीवाल की तरफ था इशारा

उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि पार्टी को मजबूत कदम उठाने पड़ेंगे, क्योंकि भाजपा कोई कमी नहीं छोड़ती है। हमें यह दोस्ती खत्म करनी पड़ेगी। मीणा ने कहा कि जिस व्यक्ति ने बिना नोटिस के राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर दी, उन लोगों को माला पहनाने का सिस्टम गलत है। उससे हम जनता की नजरों में कमजोर हो गए हैं। मीणा का सीधा इशारा लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की जोड़ी पर था।

रामनारायण मीणा ने आगे कहा कि पार्टी हाड़ौती में कमजोर इसलिए है, क्योंकि ओम-शांति का गठजोड़ है। कांग्रेस में तो कुछ जातियां ऐसी हावी हैं, जिनके जो भी सदस्य जीतते हैं वो पूरे के पूरे मंत्री हैं। अपने इस बयान के जरिए मीणा ने सीधे तौर पर रामनारायण मीणा का जैन समाज के विधायकों की संख्या और उनके मंत्री बनने का मामला भी उठा दिया। पीसीसी मेंबर बनाए जाने के मामले पर भी रामनारायण मीणा ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को पीसीसी मेंबर बना दिया जो वार्ड पार्षद भी नहीं बन पाते।

रंधावा से इन हाडौती संभाग के इन विधायकों का हो चुका इंटरेक्शन

कोटा संभाग में कांग्रेस पार्टी के सात विधायक हैं। इनमें से सिर्फ 5 विधायक ही जयपुर में चल रहे वन टु वन संवाद कार्यक्रम में कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के सामने 18 अप्रेल को पेश हुए। वन टू वन फीडबैक देने वाले कार्यक्रम में हाडौती के बारां जिले के तीन विधायक प्रमोद जैन भाया, पानाचंद मेघवाल और निर्मला सहरिया एक साथ मिले। इन्होंने आपसी एकता दिखाई। कोटा जिले से विधायक रामनारायण मीणा, विधायक शांति धारीवाल रंधावा से अलग अलग मिले। झालावाड़ में कोई कांग्रेस का विधायक नहीं है। बूंदी से एकमात्र विधायक अशोक चांदना का रंधावा से मिलना बाकी हैं। कोटा से भरतसिंह ने वॉट्सएप और रजिस्टर्ड डाक से पार्टी व सरकार के संबंध में फीडबैक भेज दिया।