राजगिरे के आटे को कई जगह चौलाई का आटा भी कहा जाता है। ये छोटे-छोटे बीज होते हैं, जो चौलाई के पौधे पर लगते हैं। जब ये बीज पक जाते हैं, तो पौधों को काटकर इन्हें बाहर निकाला जाता है। राजगिरा को ग्लूटेन फ्री डाइट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। ग्लूटेन प्राकृतिक रूप से गेहूं, राई और जौ में पाया जाता है। ऐसे में यह बहुत पौष्टिक डिश है। केला होने की वजह से इसमें चीनी डालने की भी जरूरत नहीं होती। 
केले की पूड़ी बनाने के लिए सामग्री-  2 कप राजगिरे का आटा , 1 कच्चा केला (मैश किया हुआ) , सेंधा नमक स्वादानुसार , 2 टेबलस्पून घी , मूंगफली का तेल ,1/2 टीस्पून जीरा , 1/2 टीस्पून अदरक और हरी मिर्ची का पेस्ट , जरूरत के अनुसार , पानी जरूरत के अनुसार
केले की पूड़ी बनाने की विधि- एक बाउल में राजगिरे का आटा, मैश किया हुआ केला डालकर अच्छे से मिलाएं। अब इसमें सेंधा नमक, अदरक-हरी मिर्च का पेस्ट, जीरा और घी डालकर मिला लें। अब धीरे-धीरे पानी डालकर मुलायम आटा गूंद लें.  मीडियम आंच में एक कड़ाही में मूंगफली का तेल गरम करने के लिए रखें। अब इस दौरान गूंदे हुए आटे की लोइयां तोड़कर गोल बेल लें। तेल को गर्म करके अब इसमें पूड़ियां डालकर ब्राउन होने तक तल लें। तैयार है राजगिरे-केले की पूरियां। आप इसे आलू की सब्जी के साथ खा सकते हैं।