मंदसौर ।  मंगलवार को किसान आंदोलन की बरसी पर पिपलियामंडी में किसान सम्मेलन में आए पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मंदसौर हवाई पट्टी पर पत्रकार वार्ता की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और उनकी सरकार पर आक्रामक अंदाज में दिखे। कमल नाथ ने कहा की 6 जून 2017 को किसान सिर्फ फसलों का सही मूल्य मांग रहे थे, लेकिन उन्हें पुलिस की गोलियां मिली, 6 किसानों की मौत हो गई। जांच रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आई है। कमल नाथ ने कहा की किसानों की हत्या करवाने वाली सरकार से न्याय की उम्मीद भी नहीं करते है। कमल नाथ ने प्रदेश की शिवराज सरकार को हर एक मोर्चे पर चौपट बताया। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार रोजगार के मामले में, नई भर्ती में, उद्योग, अर्थव्यवस्था, कानून व्यवस्था, सुरक्षा, राशन वितरण, पोषण व्यवस्था सभी मामलों में सरकार चौपट है। अब प्रदेश में विस चुनाव में 5 माह बचे है, तब सीएम शिवराज को बहनों, किसानों, व्यापारियों, कर्मचारियों की याद आई है। वे सभी को याद करके अपने पाप धोना चाहते है, यह पाप धोने की योजना है। शिवराज की घोषणा मशीन अब चुनाव नजदीक आने पर डबल स्पीड से चल रही है। आज मध्य प्रदेश हड़ताल प्रदेश बन गया है। कलाकारी की राजनीति सरकार कर रही है। पैसे दो रोजगार लो की व्यवस्था यहां चल रही है।

भाजपा व शिवराज कितनी भी कोशिश कर ले जनता प्रलोभन में नहीं आएगी

कमल नाथ जैसे ही पत्रकार वार्ता में पहुंचे और सबसे पहले प्रदेश सरकार पर प्रहार करते हुए कहा की मध्य प्रदेश की तस्वीर हर मतदाता के सामने है। भाजपा और शिवराज प्रलोभन देने का कितना भी प्रयास कर ले, मुझे पूरा विश्वास है जनता प्रलोभन में नहीं जाएगी।

भाजपा ने महाकाल को भी नहीं छोड़ा

उज्जैन में महाकाल लोक में हवा-आंधी से मूर्तियां गिरने और टूटने पर कमल नाथ ने कहा की महालोक में घोटाला हुआ है, हवा से मूर्तियां गिर गई, कई मूर्तियों में क्रेक है। महाकाल लोक में सबसे बड़ा घोटाला हुआ है। भाजपा ने भ्रष्टाचार के लिये महाकाल को भी नहीं छोड़ा।

सौदेबाजी मैं भी कर सकता था, लेकिन कुर्सी के लिए सौदा नहीं कर सकता

2018 में प्रदेश की जनता में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाई थी। लेकिन बाद में सौदेबाजी हो गई। कमल नाथ ने कहा की सौदेबाजी मैं भी कर सकता था, लेकिन कुर्सी के लिए सौदेबाजी मैं नहीं कर सकता। मैं सीएम शिवराज की तरह घोषणा नहीं करता हूं।

कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों का कर्जा माफ किया, मंदसौर जिले में एक लाख एक हजार किसानों का कर्जा माफ किया गया। किसानों को लाभकारी मूल्य मिले। हमारी सरकार में किसानों को उपज के बेहतर दाम मिल रहे थे, खाद-बीज के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ रहा था।