झारखंड: कांग्रेस से निलंबित विधायक इरफान अंसारी नकदी जब्ती मामले में सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। एक अधिकारी ने बताया कि अंसारी पार्टी विधायकों राजेश कच्छप और नमन बिक्सल के साथ यात्रा कर रहे एक कार से बरामद नकदी की जांच के सिलसिले में पूर्वाह्न करीब 11 बजे यहां संघीय एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे।

तीन विधायकों को पश्चिम बंगाल पुलिस ने पिछले साल जुलाई में हावड़ा जिले में उनके वाहन से 49 लाख रुपये नकद जब्त करने के बाद गिरफ्तार किया था। अंसारी ने कार्यालय में प्रवेश करने से पहले मीडिया से कहा कि मैं ईडी कार्यालय से लौटने के बाद कुछ भी कह सकता हूं, लेकिन एक बात मैं कह सकता हूं कि मुझ पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। मैं सरकार गिराने की किसी साजिश में शामिल नहीं हूं।

इससे पहले ईडी ने अंसारी को 13 जनवरी को तलब किया था, लेकिन उन्होंने पेश होने के लिए दो सप्ताह का समय मांगा था। ईडी ने इस मामले में 24 दिसंबर को कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह से नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। 

अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि झामुमो के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार को गिराने के लिए तीन विधायकों ने उन्हें 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश की थी। सिंह ने दावा किया था कि उन्हें आरोपी के तौर पर नहीं, बल्कि मामले में शिकायतकर्ता के तौर पर समन किया गया था। ईडी मामले के मनी लॉन्ड्रिंग पहलू की जांच कर रहा है।