ग्वालियर ।  चैंबर आफ कामर्स के पूर्व उपाध्यक्ष और कारोबारी पारस जैन व इनके सहयोगियों के यहां चल रही आयकर विभाग की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। कार्रवाई चौथे दिन भी जारी रही। चार दिन चली कार्रवाई में 100 करोड़ से ज्यादा के हवाला कारोबार के सबूत मिले हैं। हवाला कारोबार से जुड़े खाते और रकम सहित अन्य जानकारी क्लाउड और गूगल ड्राइवर पर सेव की जाती थी। आयकर विभाग की टीम को जो रुपये और जेवरात मिले हैं, उन्हें जब्त कर लिया गया है। कई दस्तावेज जांच के लिए आयकर विभाग की टीम ने जब्त किए हैं।

चार दिन पहले शुरू की ​थी कार्रवाई

चैंबर आफ कामर्स के पूर्व उपाध्यक्ष पारस जैन उनके सहयोगी नरेश खंडेलवाल, लक्ष्मणप्रसाद सप्रा के 20 से ज्यादा ठिकानों पर चार दिन पहले आयकर विभाग की चार राज्यों से आई टीम ने छापा मारा था। चार राज्यों से आई टीम में 125 से ज्यादा आयकर विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। गुरुवार को कार्रवाई का चौथा दिन था। चार दिन तक चली कार्रवाई में पांच करोड़ रुपये नकद, पांच करोड़ रुपये के जेवर, 15 करोड़ रुपये कीमत का सोना जिसके कोई दस्तावेज नहीं थे और 25 करोड़ रुपये की हुंडियां यहां से मिली। आयकर विभाग की टीम को यहां से 100 करोड़ से अधिक रुपये के अधिक हवाला कारोबार के सबूत मिले हैं। जो दस्तावेज जब्त किए गए हैं, उनकी भी पड़ताल आयकर विभाग की टीम करेगी। चौथे दिन कार्रवाई संपन्न हो गई। जो रुपये और गहने जब्त किए हैं, उन्हें आयकर विभाग की टीम ने अपनी कस्टडी में लेकर बैंक में जमा करवा दिए हैं। आयकर विभाग के छापे के दौरान एक डायरी भी मिली है, जिसमें कई लोगों के नाम है। इस डायरी को लेकर बाजार में खूब चर्चा है। जिनके नाम इस डायरी में हैं, अब वह परेशान हैं। हवाला का पैसा कहां-कहां जाता था, इसकी भी जांच आयकर विभाग की टीम क्लाउड और गूगल ड्राइव पर सेव किए गए डाटा से करेगी।