अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ ने सीएम को पत्र लिखकर कहा कि राज्य सरकार राइट टू हेल्थ बिल को बिना संशोधन विधानसभा में पेश करती है, तो राज्य के सभी सेवारत चिकित्सक उसी क्षण आंदोलन में शामिल हो जाएंगे।

राइट टू हेल्थ बिल का विरोध कर रहे प्राइवेट डॉक्टर्स पर जयपुर में पुलिस लाठीचार्ज पर सरकारी डॉक्टर्स भी आहत हैं। अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ ने सीएम गहलोत को पत्र लिखकर न्यायोचित कार्रवाई नहीं होने पर मजबूरन आंदोलन में उतरने की चेतावनी दी है।

अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मण सिंह ओला और महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी ने कहा है कि राज्य सरकार राइट टू हेल्थ बिल को बिना संशोधन विधानसभा में पेश करती है, तो राज्य के सभी सेवारत चिकित्सक उसी क्षण आंदोलन में शामिल हो जाएंगे। जयपुर गांधीगिरी से प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों पर लाठी चार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई करने की सेवारत चिकित्सक संघ मांग करता है।

आंदोलन कर रहे डॉक्टर्स के धरने में शामिल होंगे सरकारी सेवारत डॉक्टर्स

कोटा में सेवारत चिकित्सक संघ ने जयपुर में चिकित्सकों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में मोबाइल टॉर्च जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार को सेवारत चिकित्सकों ने भी आंदोलन कर रहे डॉक्टर के धरने में शामिल होने की बात कही है। कोटा सेवारत चिकित्सक संघ के चिकित्सकों की बैठक में निर्णय किया गया कि सेवारत चिकित्सक संघ कोटा के
चिकित्सक आंदोलनरत डॉक्टर्स के धरने में शामिल होंगे। बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि राज्य सरकार चिकित्सकों को दबाने की कोशिश करेगी, तो चिकित्सक समुदाय कतई  बर्दाश्त नहीं करेगा और मजबूरन इस आंदोलन में शामिल होगा।

सीएम को पत्र लिखकर कहा-मजबूरन हमें भी आंदोलन में शामिल होना पड़ेगा

अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मण सिंह ओला और प्रदेश महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि जयपुर में आंदोलनरत चिकित्सकों पर लाठीचार्ज से संपूर्ण चिकित्सक वर्ग आहत है। उनकी मांगों पर जल्द न्यायोचित कार्रवाई कर राहत दें, वरना मजबूरन हम भी आंदोलन में शामिल होंगे। मीटिंग में सेवारत चिकित्सकों की चल रही हड़ताल के संबंध में तुरंत निर्णय लेकर आरटीए बिल में संशोधन करने का निवेदन किया और सेवारत चिकित्सक संघ की साल 2011 और 2017 के समझौता के लंबित मांगों को पूरा करने, लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार कर बर्खास्त करने की मांग की है। चिकित्सकों के साथ हुए लाठीचार्ज की सेवारत चिकित्सक संघ ने कड़े शब्दों में निंदा की। बैठक में कहा गया कि चिकित्सकों पर लाठीचार्ज और दमनकारी नीति से चिकित्सा जगत अपमानित महसूस कर रहा है।