भोपाल   कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल चर्चा में पेट्रोल-डीजल पर राज्यों से वैट कम करने की अपील पर मध्य प्रदेश कांग्रेस हमलावर है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि मोदी सरकार एक्साइज ड्यूटी को कम करे तथा राज्य की शिवराज सरकार मध्य प्रदेश में वैट को कम करे। कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र और राज्य सरकारों को तुरंत राहत दे।पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर बुध‌वार को मोदी की अपील पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र और राज्य सरकारों को घेरा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं मोदी सरकार को जनता को राहत देने के लिए एक्साइज ड्यूटी को कम करना चाहिए। इसी तरह आज भी मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर वैट काफी ज्यादा है। मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर 29 तो डीजल पर 26 फीसदी वैट लगाया जा रहा है जो कई राज्यों की तुलना में ज्यादा है। आज मध्य प्रदेश में 118 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल और 100 रुपए से ज्यादा प्रति लीटर डीजल की कीमत है। इसलिए मध्य प्रदेश की जनता को राहत देने के लिए कमलनाथ ने केंद्र को एक्साइज और मध्य प्रदेश सरकार को वैट कम करने की मांग की है।

मोदी सरकार ने पेट्रोलियम पर उत्पाद शुल्क 27 लाख करोड़ वसूले

कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार आठ साल में पेट्रोलियम पदार्थों पर उत्पाद शुल्क के रूप में 27 लाख करोड़ रुपए लोगों से वसूल चुकी है। यूपीए सरकार के समय पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रुपए प्रति लीटर थी तो डीजल पर यह 3.56 रुपए प्रति लीटर थी। मोदी सरकार के समय पेट्रोल पर 27.90 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 21.80 प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क हो गया है। इससे यूपीए सरकार 27 लाख करोड़ रुपए आम जनता से पेट्रोल-डीजल से वसूल चुकी है। पटवारी ने मोदी-शिवराज की डबल इंजन सरकार से मांग की है कि उत्पाद शुल्क व वैट कम करके लोगों को महंगाई से कम राहत देने की मांग की है।