मेरठ। यूपी के मेरठ में ऑनर किलिंग की कोशिश का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज पिता ने अपने ही बेटी की हत्या के लिए 100000 रुपये की सुपारी दे दी और अपनी बेटी को मारने की साजिश रच डाली। एक साजिश के अनुसार फिल्मी स्टाइल में अस्पताल के अंदर एक बाहरी कंपाउंडर पहुंचता है और नाबालिग को जहर का इंजेक्शन लगाकर वहां से फरार हो जाता है। हालांकि डॉक्टर की सजगता से नाबालिग लड़की की जान बच गई। पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपी पिता, कंपाउंडर और इस पूरे घटनाक्रम में शामिल स्टाफ नर्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
  दरअसल, मेरठ के कंकरखेड़ा के शिवलोक पुरी की रहने वाली नाबालिग को  कैलाशी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बताया गया था कि किशोरी छत पर कपड़े उतारने गई थी, उसी समय बंदरों ने उसे घेर लिया। जिसके बाद बंदरों के डर से किशोरी छत से कूद गई। ऐसे में उपचार के लिए उसे कैलाशी अस्पताल भर्ती कराया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद किशोरी को पल्लवपुरम स्थित फ्यूचर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर फिल्मी अंदाज में एक बाहरी कंपाउंडर पहुंचता है और नाबालिग को पोटेशियम क्लोराइड का एक इंजेक्शन लगा देता है।
  इंजेक्शन लगने के बाद जब किशोरी की हालत बिगड़ी तो डॉक्टरों को शक हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है। ऐसे में जब उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो देखा कि एक युवक डॉक्टर की पोशाक में आईसीयू में पहुंचा और कुछ ही देर में वहां से निकल गया। जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता चला कि युवक दूसरे अस्पताल में कंपाउंडर का काम करता है। पुलिस ने सीसी फुटेज के आधार पर आरोपी कंपाउंडर रमेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी रमेश ने बताया कि किशोरी को मारने के लिए उसके पिता ने उसे एक लाख रुपये की सुपारी दी थी।
  इसके बाद जब पुलिस ने किशोरी के पिता को पकड़ा तो खुलासा हुआ कि नाबालिग लड़की का एक जिम संचालक से प्रेम प्रसंग का मामला था। जिससे नाराज पिता ने अपनी ही बेटी को मारने की साजिश रच डाली। पूरी प्लानिंग के तहत अस्पताल में अपनी ही बेटी को मारने की योजना बनाई, लेकिन डॉक्टरों की सजगता की वजह से नाबालिग बच गई। पल्लवपुरम पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपी पिता, कंपाउंडर समेत पूरी साजिश में शामिल स्टाफ नर्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनके पास से एक सिरिंज खाली, इंजेक्शन और 90000 रुपये भी बरामद हुए हैं।