वाराणसी । ज्ञानवापी प्रकरण से जुड़ी दो याचिकाओं पर वाराणसी की दो अलग-अलग कोर्ट में सुनवाई हुई। पहली याचिका एडवोकेट हरिशंकर पांडेय ने एसीजेएम 5जी उज्जवल उपाध्याय की कोर्ट में दाखिल की। याचिका में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और एमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सहित मुस्लिम पक्ष पर धार्मिक भावना आहत करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। दूसरी याचिका विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख ने जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेस की कोर्ट में दाखिल की है। इसमें ज्ञानवापी स्थित भगवान विश्वेश्वर के मंदिर के मूल ढांचे को ध्वस्त करने के आरोप में मुस्लिम पक्ष पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है।
अधिवक्ता हरिशंकर पांडेय की याचिका से संबंधित पत्रावली एसीजेएम 5जी के अवकाश पर रहने के कारण एसीजेएम 3तक नितेश सिन्हा की अदालत में पेश की गई। अदालत ने कहा कि नियमित कोर्ट यानी एसीजेएम 5जी की अदालत ही इस पर सुनवाई करेगी। मामला सांसद-विधायक से जुड़ा है। ऐसे में इसके लिए गठित विशेष कोर्ट ही मुकदमे की पोषणीयता के मुद्दे पर सुनेगी। वादी के अधिवक्ताओं ने कहा कि जो अधिकार विशेष कोर्ट को है वह उसकी लिंक कोर्ट को भी कानून में दिया गया है। अदालत ने कहा कि मामला स्थानांतरित होकर आता तब हम सुनवाई करते। यह प्रकरण एसीजेएम 5जी की अदालत के अवकाश पर रहने के कारण ही हमारे सामने आया है। ऐसे में एसीजेएम 5जी की अदालत ही इस याचिका पर सुनवाई करेगी। इसके साथ ही अदालत ने सुनवाई की अगली तिथि 27 जून नियत कर दी है।
वहीं, विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने जिला जज की कोर्ट में रिवीजन याचिका दाखिल की। जिला जज के अवकाश पर रहने के चलते सुनवाई के लिए अपर जिला जज द्वितीय की अदालत में याचिका पेश की गई। अदालत ने जिला जज के समक्ष याचिका पेश करने का आदेश देते हुए सुनवाई के लिए 23 जून की तिथि नियत कर दी।