भोपाल। राजधानी भोपाल के सूखी सेवनियां इलाके के बालमपुर गांव में तालाब में अचानक मिट्टी धंसने से उसके नीचे छह महिलाये दब गई। इनमे से एक महिला सहित किशोरी की मौत हो गई, वही चार को रेसक्यू कर दबे मलबे से निकाल लिया गया। बताया गया है कि इस तालाब गहरीकरण का काम चल रहा है, शनिवार को गहरीकरण की जगह पर महिलाए घर की पुताई के लिये पीली मिट्टी लेने पहुंची थी। महिलाओ ने तालाब किनारे कीरब 8 फीट गहरा गड्ढा खोद लिया था, इसके बाद दो महिलाएं गड्ढे में उतरकर गीली मिट्टी खोदकर ऊपर खड़ी महिलाओं को देती जा रही थीं। अचानक ही खोखला हो चुका गढ्डा भरभराकर ढह गया और ऊपर खड़ी महिलाएं भी गढ्डे में आ गिरी और उनके ऊपर मिट्टी का मलबा गिरने से सभी उसमें दब गई। मौके पर मौजूद गांववालो ने तत्काल ही मिट्टी का मलबा हटाने की कोशिशे शुरु कर दी। वही हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम ने ग्रामीणों की मदद से दो घंटे के भीतर ही कड़ी मशक्कत करते हुए चार महिलाओं को रेस्क्यू कर लिया। घटना में मलबे में दबी एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी को अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उसने भी दम तोड़ दिया। मृतक महिलाओं की पहचान फिरोजा बी (35) पत्नी अफजल और पिंकी आदिवासी (16) पुत्री गुड्डू आदिवासी बताई गई हैं। दोनों ही बालमपुर की रहने वाली हैं। जानलेवा हादसे को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया, उनका आरोप है कि तालाब बिना अनुमति के तालाब का गहरीकरण किया जा रहा था। खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गये थे, अधिकारियो का कहना है कि घटना की जांच की जा रही हैं।


* मृतकों के परिवारों को 4 लाख की आर्थिक सहायता राशि दी जा रही है - कलेक्टर 
कलेक्टर भोपाल आशीष सिंह के अनुसार हुजूर एसडीएम और तहसीलदार को बलरामपुर में मिट्टी धसने की दुर्घटना का पता चलते ही घटना स्थल पर भेजा गया वहीं एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर राहत कार्यों में लगी हुई है। घटना की जांच की कर्रवाई भी जारी है। बालमपुर भोपाल-रायसेन बॉर्डर का गांव है। तालाब से 4 महिला मिट्टी खोदने के काम में लगी थी, अचानक मिट्टी धसने पर दो महिला को सुरक्षित निकाला गया, दो महिला की मिट्टी धसने के कारण दबने से मौत हुई। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया की मृतकों के परिवारों को 4 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। दुर्घटना के अलग अलग बिंदुओं पर प्राथमिक जांच भी की जा रही है।