सिडनी | पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट, शेन वार्न और केरी ओकीफ का मानना है कि बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को एशेज के आखिरी टेस्ट होबार्ट में भी बरकरार रखा जाना चाहिए। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में चल रहे चौथे एशेज टेस्ट में ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 137 और दूसरी पारी में 101 रन बनाए, जिससे उन्होंने ढाई साल बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार वापसी की। एससीजी टेस्ट के दोनों पारियों में शतक लगाने वाले 35 वर्षीय पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की विशेष सूची में शामिल हो गए। ख्वाजा की शानदार पारियों ने सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस पर आखिरी एशेज टेस्ट से पहले अपने स्थान पर बने रहने का दबाव बना दिया है। फॉक्स क्रिकेट पर टिप्पणी करते हुए गिलक्रिस्ट ने महसूस किया कि ख्वाजा ने देश के शीर्ष छह बल्लेबाजों में से खुद को साबित किया है।

उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि उन्हें टीम में मौका मिलता रहना चाहिए। वहीं चयनकर्ताओं और विशेष रूप से जस्टिन लैंगर मार्कस हैरिस को मौका देते चले जा रहे हैं और हैरिस ने पिछले दोनों मौके गंवाए हैं। मुझे लगता है कि उस्मान ख्वाजा ने स्पष्ट रूप से दिखाया है कि वह ऑस्ट्रेलिया में शीर्ष छह सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में एक है।" उन्होंने यह भी कहा कि ख्वाजा ने अब पाकिस्तान के विदेशी टेस्ट दौरे के लिए चुने जाने के लिए एक मजबूत दावेदारी पेश की। महान लेग स्पिनर वार्न को लगता कि ख्वाजा अब ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन से दूर नहीं हो सकते हैं। मैं सोचता था कि हैरिस को एक-दो मैचों में मौका मिलना चाहिए, लेकिन अब ख्वाजा ने खुद को साबित किया है और इसलिए होबार्ट में उनको ही मौका दिए जाने की उम्मीद करते हैं।" ओकीफ का मानना है कि सिडनी में अपने प्रदर्शन के बाद ख्वाजा को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना असंभव है।