गोरखपुर । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम के अभी तक सामने आए रुझानों में कांग्रेस एक बार फिर फिसड्डी साबित हुई है। राज्य की 403 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस पार्टी खाता भी खोल पाती है या नहीं, शाम तक स्थिति साफ हो जाएगी। शुरुआती रुझानों में पांच-छह सीटों पर आगे चल रही थी लेकिन ताजा रूझान बताते हैं कि कांग्रेस अब केवल एक सीट पर बढ़त बनाए हुई है। यूपी के चुनाव परिणाम और रुझानों ने एक बात तो साफ कर दिया है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी का जादू राज्य में नहीं चल पाया है। इसके साथ-साथ कांग्रेस पार्टी का चर्चित नारा 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' भी फेल हो गया है। पंजाब में भी कांग्रेस का कुछ ऐसा ही हाल हुआ है। यूपी में 2017 के विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरे थे। अंत में स्थिति ऐसी हो गई थी कि मात्र 7 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। हालांकि, कांग्रेस ने यह चुनाव अखिलेश यादव की अगुवाई वाली समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ी थी। तब राहुल और अखिलेश की जोड़ी खूब चर्चा में थी। इस बार के यूपी चुनाव में प्रियंका गांधी ने शुरू से मोहड़ा संभाला था। चुनाव घोषणा पत्र के रूप में कांग्रेस ने युवाओं के लिए 'युवा विधान' और महिलाओं के लिए 'शक्ति विधान' घोषणा पत्र जारी किया था, जो काम नहीं आया। इसके साथ-साथ किसान कर्ज माफी, बिजली बिल हाफ, सरकारी नौकरी के वादे को भी जनता ने नकार दिया है। यूपी चुनाव परिणाम के लिए अभी तक जो रुझान सामने आये हैं उसमें योगी आदित्यनाथ की एक बार फिर सत्ता में वापसी हो रही है। अभी तक के रूझानों में बीजेपी 261 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि सपा गठबंधन 137 और बसपा दो सीटों पर आगे चल रही है। वहीं अन्य पार्टियां तीन सीटों पर आगे चल रही हैं। अभी तक के रुझानों से यह साफ हो गया है कि यूपी में बीजेपी की एक बार फिर वापसी हो रही है।