भारतीय खानपान में कई तरह के तेल-मसाले इस्तेमाल किए जाते हैं। देसी घी भी हमारे खानपान का एक अहम हिस्सा है। इसे खाने से सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं। आयुर्वेद की मानें तो घी में कई सारे औषधीय गुण भी पाए जाते हैं। सेहत को फायदा पहुंचाने के साथ ही घी खाने का स्वाद भी बढ़ाता है। यही वजह है कि लोग रोटी, पराठों, दाल और पकवानों में घी डालकर खाना पसंद करते हैं। इसमें विटामिन ए, सी, डी, के जैसे कई पोषक तत्व और मिनरल्स पाए जाते हैं।

पाचन संबंधी समस्या

अगर आप पाचन संबंधी समस्या जैसे अपच आदि से परेशान रहते हैं, तो आपको भूलकर भी घी का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, पाचन या पेट से जुड़ी समस्याओं में घी खाने से आपकी समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है।​

लिवर सिरोसिस

अगर आप लिवर सिरोसिस की समस्या से परेशान हैं, तो भी आपको घी खाने से परहेज करना चाहिए। इस तरह की समस्या में घी का सेवन करने से आपकी परेशानी और भी ज्यादा बढ़ सकती है। साथ ही प्लीहा होने पर भी घी से दूरी बनाना बेहतर होता है।

मौसमी बुखार में हानिकारक घी

बुखार आदि में भी घी से सेवन से बचना चाहिए। घी कफ बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप बुखार में घी से दूरी बना लें। खासतौर पर ​मौसमी बुखार होने पर भूलकर भी घी का सेवन न करें।

​हेपेटाइटिस

हेपेटाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को भी घी खाने से बचना चाहिए। दरअसल, हेपेटाइटिस से पीड़ित होने पर अगर आप घी खाते हैं, तो इससे आपकी हालत और भी ज्यादा खराब हो सकती है। इस स्थिति में लिवर में सूजन आने की वजह से यह भारी चीजें पचा नहीं पाता है।

​प्रेग्नेंसी और कोलेस्ट्रॉल

अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो शुरुआती महीनों में आपको भी घी से परहेज करना चाहिए। दरअसल, शुरुआत में घी खाने से आपका वजन बढ़ सकता है। इसके अलावा अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं, तो घी का सेवन न करें। क्योंकि इसकी वजह से शरीर में उच्च स्तर के सैचुरेटेट फैटी एसिड और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है।