भोपाल : दिव्यांगजनों को विभिन्न विभागों में बैकलॉग के रिक्त पदों, बड़े प्रतिष्ठानों में कम से कम एक पद पर नियुक्ति और स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा। श्री संदीप रजक ने यह बात आज आयुक्त, नि:शक्तजन कल्याण का दूसरी बार कार्यभार ग्रहण करते हुए कही। विभागीय प्रमुख सचिव, श्री प्रतीक हजेला, संचालक डॉ. ई. रमेश कुमार और उप सचिव श्री शीलेन्द्र सिंह भी मौजूद थे।

दिव्यांगों के लिए आरक्षित होंगे स्थान

श्री रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों में प्रतिभा की कमी नहीं होती। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री प्रेमसिंह पटेल के मार्गदर्शन में दिव्यांगजनों को आत्म-निर्भर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सभी कलेक्टर, तहसील, जनपद और न्यायालय कार्यालयों में दिव्यांगजन को एक दुकान या गुमठी दिलाने के प्रयास करेंगे, जिससे उन्हें रोजगार मिलेगा। श्री रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों को स्व-रोजगार के लिए विशेष प्रावधान कर सुलभ ऋण उपलब्ध कराने और प्रशिक्षण अभियान चलाने की योजना है।

खेल प्रोत्साहन

श्री संदीप रजक ने कहा कि विभिन्न खेल में प्रतिभाशाली दिव्यांगजन को प्रोत्साहित किया जाएगा। पैराओलिम्पिक में कुछ ही खेलों को मान्यता है। दिव्यांगजनों के लिए अन्य खेलों में भी मान्यता दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। ब्लाइन्ड क्रिकेट, व्हील चेयर रेस, हैण्ड रेसलिंग आदि में काफी खेल प्रतिमाएँ रूचि ले रही हैं। खेल विभाग के सहयोग से इन सुविधाओं का विस्तार करने की योजना बनाई जाएगी, जिनमें अन्य राज्यों के खिलाड़ी भी प्रवेश ले सकेंगे।

दिव्यांग स्वास्थ्य

श्री रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों को कोरोना से बचाने के लिए प्रथम चरण से ही प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन करवाया जा रहा है। वर्तमान में बूस्टर डोज़ लगाने का कार्य जारी है। दिव्यांगों का यूडीआईडी बनाने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। यूडीआईडी कार्ड होल्डर दिव्यांग देश-विदेश में कहीं भी उन्हें मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।