भोपाल । पाकिस्तान से आ रही हवाओं ने दो और सिस्टम एक्टिव कर दिए हैं। अगले 36 घंटे प्रदेश में ठंड रहेगी, इसके बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। अभी जो दो सिस्टम एक्टिव हैं, काफी कमजोर हैं। इस वजह से ठंड का ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है। प्रदेश में 16 जनवरी को एक के बाद एक दो और सिस्टम बनेंगे। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह की मानें तो उज्जैन, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, सागर और जबलपुर में इसका ज्यादा असर रहेगा। उज्जैन में अगले दो दिन कड़ाके की ठंड रहेगी।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अभी रात और दिन का तापमान 24 घंटे तक इसी तरह बने रहेंगे। संक्रांति के दिन भी अच्छी ठंड रहेगी। उज्जैन में दिन में कोल्ड डे रहेगा। सिवनी, बैतूल, धार, इंदौर, खंडवा, खरगोन, शाजापुर, रतलाम, उज्जैन, दतिया, गुना और श्योपुरकलां में दिन ज्यादा ठंडे रहेंगे। शाम के बाद मौसम में कुछ बदलाव होने का अनुमान है।
ऐसे बन रहा सिस्टम
वर्तमान में हरियाणा के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ (पाकिस्तान से आ रही हवाएं) एक चक्रवातीय गतिविधियों के रूप में हैं। एक कमजोर सिस्टम ट्रफ के रूप में सक्रिय है। इसका असर नहीं है। तमिलनाडु, दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और दक्षिणी कोंकण क्षेत्रों में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां हैं। कर्नाटक से ओडिशा तक ट्रफ लाइन फैली है। इसके बाद 16 से तीसरा और 18 जनवरी से चौथा सिस्टम आएगा।
ग्वालियर, इंदौर और भोपाल में दिन ज्यादा ठंडे
प्रदेश में पश्चिमी मध्यप्रदेश यानी उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, इंदौर और भोपाल में ज्यादा ठंड पड़ रही है। इन इलाकों में दिन का पारा 20 डिग्री के नीचे चल रहा है। रात का तापमान भी 10 डिग्री से नीचे है। दिन और रात का तापमान सामान्य से 5 डिग्री से भी ज्यादा नीचे चला गया है। इस कारण इन इलाकों में ज्यादा ठंड है। बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल में दिन की अपेक्षा रातें ज्यादा ठंडी हैं। सागर, जबलपुर, रीवा जैसे इलाकों में दिन का पारा 20 के ऊपर है। रात का तापमान कई जगहों पर 6 डिग्री के नीचे चला गया है। भिंड, ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, सिवनी, विदिशा और उज्जैन में दिन का पारा सबसे कम रहा।