श्रीनगर । लगातार हो रही वर्षा और भूस्खलन की वजह से अमरनाथ यात्रा को एक बार फिर रोकना पड़ा है। यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड हुआ है, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है। रामबन के बनिहाल इलाके में दो जगहों पर भूस्खलन हुआ है। इसके बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद कर दिया गया है। पहाड़ों से पत्थर गिरने की वजह से जम्मू से अमरनाथ यात्रियों का जत्था रामबन के चद्रंकोट में एहतियातन रोक दी गई है।
राहत और बचाव टीमों को रास्ता साफ करने में लगाया गया है। जम्मू कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि पहाड़ों से पत्थर गिरने के वजह से रामबन के मेहड में एनएच-44 पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि जब तक अनुमति नहीं दी जाए, आगे न बढ़ें।
इससे पहले, मंगलवार दोपहर को पवित्र अमरनाथ गुफा के आसपास पहाड़ों पर भारी बारिश हुई थी, जिसके बाद अचानक बाढ़ जैसी स्थिति बन गई थी। कई जगहों पर पहाड़ों से पानी तेजी से नीचे आने लगा। इसके बाद अधिकारियों ने तुरंत यात्रियों को अलर्ट करके वहां से निकाला और पंजतरणी कैंप में पहुंचाया। अधिकारियों के मुताबिक, इस दौरान जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। बताया जाता है कि करीब 4 हजार यात्रियों को वहां से निकाला गया है।
भारी बारिश के बीच अचानक आई बाढ़ से लोगों में 8 जुलाई की यादें ताजा हो गई थीं, जब पवित्र गुफा के पास बादल फटने के बाद बाढ़ में 15 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी और 55 अन्य घायल हो गए थे। इस बाढ़ में गुफा के आसपास लगे टैंट और लंगर बह गए थे। छह दिनों तक राहत और बचाव कार्य चला था। अब तक करीब ढाई लाख लोग अमरनाथ यात्रा में शामिल हो चुके हैं। इसके एक हफ्ते के अंदर तीन लाख का आंकड़ा पार करने की संभावना है।