इंदौर ।   दो दिवसीय राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान व अलंकरण समारोह की शुरुआत मंगलवार को सुरीले अंदाज के साथ हुई। इस सुरीले आगाज में प्रदेश के नौनिहालों ने अपनी आवाज और अंदाज को मधुर गीतों के जरिए पेश किया। रवींद्र नाट्यगृह में मंगलवार शाम राज्य स्तरीय सुगम संगीत स्पर्धा हुई। इसमें सीनियर और जूनियर वर्ग में 14-14 प्रतिभागियों ने प्रस्तुति दी। ये वे प्रतिभागी थे जिन्होंने संभाग स्तरीय स्पर्धा में प्रथम और दि्वतीय स्थान प्राप्त किया था। स्पर्धा में जूनियर वर्ग में जबलपुर की अमोदिता राय ने साएमन बौराना मोरण गीत सुनाया तो उज्जैन की अनुभूति शर्मा ने मधुर-मधुर मेरे गीत पेश किया। ग्वालियर के प्रथम जोशी ने क्या सोचता है रे पागल मनवा गीत सुनाया तो इंदौर के अल्फेस खान ने बाह खुदा गीत प्रस्तुत किया। सीनियर वर्ग में जबलपुर के आयुष मेहरा ने तुम्हारे चेहरे पर न जाने ये नूर कैसा, उज्जैन की अक्षिता सिंह चौहान ने मत बांधे रे गठरिया गीत सुनाया। भोपाल के आलाप भट्ट ने सजल नयन नित धार और सागर के ऐश्वर्या दुबे ने हमारे प्यार की सोगंध है सुनाकर दाद बटोरी। स्पर्धा के निर्णायक संजीव सचदेव, मृदुला एस. जोशी और मिलिंद जोशी थे। स्पर्धा के दोनों ही वर्ग में पहला स्थान इंदौर के प्रतिभागियों ने प्राप्त किया। जूनियर वर्ग में सनाया दहाले ने और सीनियर वर्ग में रजत कुलकर्णी प्रथम स्थान पर रहे।

यह रहे विजेता:

जूनियर वर्ग-

प्रथम: सनाया दहाले (इंदौर)

दि्वतीय: प्रतिमा गोस्वामी (भोपाल)

तृतीय: नीलम मिश्रा (सतना)

सीनियर वर्ग-

प्रथम: रजत कुलकर्णी (इंदौर)

द्वितीय: सत्येंद्र पांडेय (सतना)

तृतीय: मोहित खान (ग्वालियर)

आज होगा अलंकरण व संगीत समारोह

आयोजन का मुख्य कार्यक्रम ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में 28 सितंबर, बुधवार को शाम 7 बजे से होगा। अलंकरण समारोह में वर्ष 2019 का सम्मान पार्श्व गायन के लिए शैलेन्द्र सिंह, वर्ष 2020 का सम्मान संगीत निर्देशन के लिए आनंद-मिलिंद को और 2021 का सम्मान पार्श्व गायन के लिए कुमार शानू को दिया जाएगा। अलंकरण समारोह के बाद संगीत संध्या भी होगी जिसमें पार्श्व गायिका अलका याग्निक द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। इस आयोजन में राज्य स्तरीय स्पर्धा में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेता प्रस्तुति देंगे।