प्रयागराज । प्रयागराज में अब डाक विभाग के जरिए 14 साल तक के बच्चों के आधार कार्ड बनाए जाएंगे। आधार कार्ड बनाने की धीमी प्रगति को देखते हुए प्रयागराज मंडल के कमिश्नर संजय गोयल ने यह निर्णय लिया है। प्रयागराज मंडल बच्चों के आधार कार्ड बनाने के मामले में काफी पिछड़ गया है। मंडल के चारों जिलों में अब तक 14 साल तक के बच्चों के सिर्फ 20 फीसदी आधार कार्ड ही बनाए जा सके हैं। इससे तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ बच्चों को मिलने में दिक्कतें आ रही हैं। इसे देखते हुए अब कमिश्नर प्रयागराज संजय गोयल ने यह नई पहल की है। उन्होंने डाकघरों के माध्यम से बच्चों के आधार कार्ड बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। इसमें डाक विभाग में काम करने वाले डाकिए और मोबाइल यूनिट की विशेष भूमिका रहेगी। कमिश्नर ने डाकघर की आधार कार्ड मशीनों की स्थिति का आंकलन कर छोटे-छोटे ब्लॉक को पहले कवर करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने 0 से 5 वर्ष और 6 वर्ष से 14 वर्ष आयु के बच्चों को टारगेट कर आधार कार्ड बनाए जाने का निर्देश दिया है। कमिश्नर ने डीपीओ को बच्चों का आधार कार्ड बनाने में डाकघरों की मदद लेने का निर्देश दिया है। कमिश्नर ने मंडल के चारों जिलों के डीपीओ के साथ बैठक के बाद निर्देश दिया है कि बच्चों को दो कैटेगरी में बांटते हुए मिशन मोड में आधार कार्ड बनाने का काम किया जाए। उन्होंने 0 से 5 वर्ष के बच्चों और 6 साल से 14 साल के बच्चों का आधार कार्ड बनाने में तेजी लाने का आदेश दिया है। कमिश्नर के मुताबिक, मंडल में 5 साल से कम उम्र के बच्चों की अनुमानित जनसंख्या के सापेक्ष प्रयागराज में 21 फीसदी, फतेहपुर में 17 फीसदी, कौशांबी में 23 फीसदी और प्रतापगढ़ में 22 फीसदी बच्चों के आधार कार्ड बने हैं। कमिश्नर मुताबिक 10 साल से कम उम्र की बालिकाओं के आधार कार्ड बनने से उन्हें सुकन्या समृद्धि योजना से लाभान्वित किया जा सकेगा और इसके लिए उनके बैंक अकाउंट खुलवाने में भी मदद मिलेगी। कमिश्नर ने अधिकारियों को मासिक लक्ष्य बनाते हुए हर हाल में शत प्रतिशत बच्चों का आधार कार्ड बनाए जाने का निर्देश दिया है।