जयपुर । राज्य विधानसभा के 2023 में चुनाव प्रस्तावित है भाजपा कांग्रेस एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा सत्ता में रहती आई है के भ्रम को दोनो दल तोडने का दावा कर रहे है। कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने दावों को पक्का करने के लिए कांग्रेस के सभी विधायकों को फिर एक बार फिर पावर फुल बनाने के लिए क्षेत्र के विकास में हर विधायक की सहमति देने और प्रत्येक माह में कम से कम 15 से 20 दिन क्षेत्रीय जनता के बीच उनकी शिकायतें सुनने के लिए निर्देशित किया है ताकि एक बार मै एक बार तू के मिथक को तोड़ा जा सके।
मुख्यमंत्री गहलोत पुन: सत्ता में आने के दावे को राजस्थान में तीसरे कार्यकाल में शुरू की गई कई बडी योजनाओं की जनता में आसानी से डिलेवरी पहुंचाने को मान रहे है मुख्यमंत्री चिरंजीवी निशुल्क दावा योजना, किसानों की कर्ज माफी के साथ में केन्द्र सरकार की कई बडी विफलताओं में बढती महंगाई, घटते रोजगार के अवसरों को मानकर चल रहे है। मुख्यमंत्री को मोदी सरकार की बडी विफलताओं में लोकतंत्र खतरे में है कहने में तनिक भी संकोच नहीं है कांग्रेस का फिर सत्ता में लौटने के मुख्य कारण उपरोक्त है।  दूसरी ओर भाजपा ने डेढ़ साल पहले सत्ता में लौटने की तैयारी शुरू कर दी है गहलोत ने चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए कांग्रेस के सभी विधायकों, मंत्रियों, निगम बोर्डो, के मुखियाओं को सीएमओ कार्यालय से स्पष्ट निर्देश दिए है जनता के छोटे बड़े सभी कामों और फरियादों की कागज पर वर्किग क्षेत्रों में दिन रात गुजार कर रिपोर्ट तैयार करें और हार्डकॉपी सीएमओ कार्यालय में पहुचायें ताकि जनता के कामकाज को प्रमुखता से निपटाया जा सके इसके लिए बाकायदा संगठन अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा,  राज्य प्रभारी अजय माकन एक बैठक सभी विधायकों की बुलाने वाले है।  हालांकि अभी तारीख का पता नहीं चला है मगर यह तय है कि विधायकों को क्षेत्र में राते गुजरनी होगी और क्षेत्र की जनता की हर शिकायत का निस्तारण मुख्यमंत्री कार्यालय की मनसा अनुरूप कराना होगा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मोदी सरकार की विफलताओं और खुद की कोरोना काल के प्रबंधन और शुरू की गई लोकहितकारी योजनाओं के प्रति पूरी तरह कॉन्फिडेंट है कि कांग्रेस एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस के मिथक को तोडने में सफल हो जायेंगे।