कीव/मॉस्को। लिसिचांस्क और सेवेरोदोनेस्क शहरों पर हमले में 12 की मौत हुई और 60 से ज्यादा घर तबाह हो गए। इस बीच, रूस जहां इस सप्ताह दक्षिण-पूर्व यूक्रेन के अपने कब्जे वाले क्षेत्रों में बड़े बदलाव करता दिखा, वहीं रूसी संसद भवन (क्रेमलिन) ने उन वरिष्ठ कमांडरों कार्रवाई की जिन्हें यूक्रेन पर कब्जे में नाकाम रहने के लिए जिम्मेदार माना गया था।
अमेरिकी संसद ने यूक्रेन व अन्य अमेरिकी सहयोगी देशों को 40 अरब डॉलर की सैन्य, आर्थिक व खाद्य मदद देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही कीव को सबसे बड़ी मदद देने की प्रतिबद्धता पर अमेरिकी संसद के दोनों सदनों की मुहर लग गई। संसद में यह प्रस्ताव 11 के मुकाबले 86 मतों से पारित हो गया।
डेमोक्रेटिक पार्टी के सभी, जबकि रिपब्लिकन पार्टी के ज्यादातर सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। बाइडन ने कहा, मैं विश्व को एक स्पष्ट द्विदलीय संदेश भेजने की खातिर कांग्रेस की सराहना करता हूं कि अमेरिकी अवाम यूक्रेन के बहादुर लोगों के साथ खड़ी है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने यूक्रेन पर हमले से जुड़े लक्ष्यों के लिए रूस पर भोजन को हथियार बनाने और दुनियाभर के लाखों लोगों को अनाज की आपूर्ति रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, मॉस्को ऐसा करके यूक्रेनी अवाम के हौसले को तोड़ना चाहता है, जिसके चलते वह कीव पर आक्रमण नहीं कर सका।
ब्लिंकेन ने यूएनएससी की बैठक में कहा, युद्ध से काला सागर क्षेत्र में समुद्री व्यापार रुक गया है और यह क्षेत्र नौवहन के लिए असुरक्षित हो गया है। इससे यूक्रेनी कृषि उत्पादों का निर्यात बाधित होने से वैश्विक खाद्य संकट खड़ा हो गया है। रूस ने इन आरोपों को नकारा है।
ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि मैरियूपोल के इस्पात संयंत्र में छिपे यूक्रेनी लड़ाकों के बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण करने से रूसी कमांडरों पर भी दबाव बढ़ेगा कि सैनिकों को सामरिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिण बंदरगाह शहर से कहीं ओर तैनात किया जाए।
इससे पूर्वी यूक्रेन में रूसी अभियान को मजबूती मिलेगी। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने एक दैनिक खुफिया रिपोर्ट में कहा कि यदि संयंत्र पर रूसी कब्जा हो जाता है तो यहां तैनात सैनिकों का दोनबास में कहीं और इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि स्टील संयंत्र में अभी भी कुछ लड़ाके मौजूद हैं।