लखनऊ । रामनवमी पर जिस प्रकार शांति और सौहार्द का माहौल रहा, वह नए यूपी की पहचान बन रहा है। कुछ अराजक तत्वों/संगठनों ने हनुमत जयंती पर कुछ गड़बड़ी की कोशिश की थी, उन्हें उसका जवाब दे दिया गया है। योगी ने बुधवार की शाम मंडल से लेकर ब्लॉक स्तर तक के पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों संग विडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। योगी ने कहा कि 3 मई को अक्षय तृतीया और ईद एक साथ है। ऐसे में सतर्कता रखें। लोकतंत्र में संवाद का बड़ा महत्व है। संवाद के माध्यम से ही हमने अनावश्यक रूप से लगाए गए माइक को हटाने में सफलता पाई है। सभी धर्मगुरुओं और प्रबुद्धजनों से संवाद जारी रखें।
सीएम ने कहा कि अधिकारी फील्ड का नियमित भ्रमण करते हुए क्षेत्र में रात्रि निवास करें। रेंज और जोन स्तर के अधिकारी अलग-अलग जिलों में रात्रि विश्राम कर स्थानीय समस्याएं और संभावनाएं समझें। डीएम-एसपी महीने में एक बार अलग-अलग तहसील और सर्किल में रुकें। इससे पूरा सिस्टम ऐक्टिव बना रहेगा। तहसील/ब्लॉक/सर्किल का देर रात में अचानक निरीक्षण करें। गो तस्करी, अवैध वृक्ष कटान, भूमि पर अवैध कब्जा, अवैध शराब, ओवरलोडिंग, नियम विरुद्ध खनन पर सख्ती से रोक लगाई जाए।
योगी ने कहा कि थानाध्यक्ष का चयन करते समय पुलिसकर्मी की दक्षता, कर्मठता, सत्यनिष्ठा की परख करें। दागी व्यक्ति को थाना की जिम्मेदारी कतई दें। इसी प्रकार सर्किल में भी कार्यवाही की जाए। हर महीने थाने के टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट तैयार कर प्रभावी कार्रवाई की जाए। पुलिस सक्रिय रहकर सूची के अनुसार ऐक्शन लेगी तो यह सूची हर माह बदल जाएगी और एक समय बाद कोई टॉप 10 माफिया ही नहीं रहेगा। अपराधियों के विरुद्ध अभियोजन को और मजबूत करने की जरूरत है। चार्जशीट दाखिल करने में देरी पर जवाबदेही तय होनी चाहिए। डीएम-एसपी जिला जज से हर महीने मिले। पॉक्सो, महिला अपराध के केस की स्थिति पर चर्चा करें।
सीएम ने कहा कि सभी दफ्तर समय से खुलें। अधिकारी-कर्मचारी समय से आएं। कैंप कार्यालय में बैठने का ढर्रा बंद करें। सरकारी काम वही करेगा, जिसे आवंटित है, जिसकी जिम्मेदारी है। कुछ जगहों से सूचना मिली है कि लोग बाहरी लोगों को अनधिकृत अधिकार दे रहे हैं। ऐसी हर घटना संज्ञेय अपराध मानी जाएगी। दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखें। हर कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखा जाए, जिसमें कार्यालय से बाहर जाने वाले अधिकारी/कर्मचारी का विवरण रहे। योगी ने कहा है कि जिले के शहीद स्मारकों/स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थलों, प्रमुख धर्म व पर्यटन स्थलों पर हर दिन आधा घंटा पुलिस या पीएसी बैंड के जरिए राष्ट्रभक्ति के गीतों की धुनें बजाई जाएं। हर जिले में इसकी रूपरेखा तैयार की जाए। जल संरक्षण के विशेष अभियान के अंतर्गत हर जिले और हर महानगर में 75-75 'अमृत सरोवर' तैयार किए जाए। यहां गांव के किसी बुजुर्ग/प्रतिष्ठित व्यक्ति द्वारा राष्ट्रध्वज भी फहराया जाए।