जयपुर। राजस्थान एसीबी ने इस साल के शुरुआती तीन महीनों के आंकड़ों में पिछले तीन साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस साल घूसखोरों के ट्रेप की कार्रवाई दुगुनी हो गई है। एसीबी ने इस साल महज 100 दिनों में 127 घूसखोरों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं। इसके बावजूद राजस्थान में आये दिन भ्रष्टाचार के नये-नये मामले सामने आ रहे हैं। एसीबी डाल-डाल तो भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों में पात-पात वाली स्थिति हो रही है। एसीबी के आंकड़ों के अनुसार इस साल की शुरुआत में एसीबी ने 90 दिनों में भ्रष्टाचार के 107 प्रकरण दर्ज किए। इनमें 103 घूसखोरों को ट्रेप किया गया है। इसके अलावा आय से अधिक संपत्ति के चार प्रकरण दर्ज किए गये हैं। 90 दिनों में वर्ष 2021 में 102 ट्रेप किए गये थे। आय से अधिक संपत्ति के 2 मुकदमें दर्ज किए गए थे। वहीं वर्ष 2020 में इस अवधि में 49 ट्रेप किए और 2 मुकदमे आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के दर्ज किए गए थे। यानी वर्ष 2020 के मुकाबले इस साल तीन महीनों में एसीबी ने ट्रेप की दुगुनी कार्रवाई की है।
  ये कार्रवाइयां एसीबी के डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के सुपरविजन में की गई हैं। बात यदि भ्रष्टाचार के केसों में चालान पेश करने की हो तब भी इस साल एसीबी आगे रही है। एसीबी राजस्थान ने 31 मार्च 2022 तक 121 प्रकरणों में नतीजा कोर्ट में पेश कर निपटा दिया। इसमें 15 मुकदमों में एफआर लगा दी गई। वहीं 106 प्रकरणों में घूसखोरों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई है। इसी अवधि में वर्ष 2021 में 92 प्रकरण और वर्ष 2020 में 80 प्रकरणों को निपटाकर कोर्ट में एफआर और चार्जशीट पेश की गई। हाल ही में एसीबी ने जयपुर में बॉयो फ्यूल अथोरिटी के सीईओ सुरेंद्र सिंह राठौड़ को दलाल के साथ पांच लाख रुपये की रिश्वत के साथ ट्रेप किया। उनके घर के सर्च में बेशकीमती संपत्ति का खुलासा किया। जोधपुर में उपनिवेशन विभाग के वरिष्ठ सहायक को 18 लाख 25 हजार रुपये की अवैध रकम के साथ पकड़ा। राष्ट्रीय राजमार्ग व अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड पाली के अधिशाषी अभियंता को 13 लाख रुपये की रिश्वत के साथ ट्रेप कर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने घूसखोरों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के इरादे जाहिर कर दिए।