राजनांदगांव | मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत राजनांदगांव शहर में 30 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। इस दौरान बाजे-गाजे के साथ शहर में बारात निकली और वर-वधु परिणय सूत्र में बंधे। परिजनों की मौजूदगी में यह विवाह कार्यक्रम शहर के सतनाम भवन में संपन्न किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक सहित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।राजनांदगांव शहर के सतनाम भवन में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया गया था। जिसमें राजनांदगांव शहर सहित आसपास क्षेत्रों से 30 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया। इस विवाह में शिरकत करने राजनांदगांव की महापौर हेमा देशमुख भी पहुंची और उन्होंने वर वधू को आशीर्वाद देकर शासन द्वारा प्रदत राशि के चेक  का वितरण किया।

इस दौरान महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि खर्चीली शादियों के बोझ से परिवार को मुक्त करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री द्वारा यह योजना चलाई जा रही है। जिससे दो परिवारों में शादी के खर्च का बोझ खत्म हुआ है।कोरोना काल के बाद बड़े स्तर पर शहर में आयोजित हुई सामूहिक विवाह के आयोजन में शहर सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्रों से पंजीयन कराया गया था। जिसके आधार पर आज विवाह हेतु व्यवस्था की गई और 30 जोडे़ इस सामूहिक विवाह में परिणय सूत्र में बंधने पहुंचे। इस आयोजन को लेकर नवविवाहित जोड़ों ने कहा कि यह सरकार का बेहतर कार्य है,जिससे परिवार पर शादी के बोझ का खर्च कम हुआ है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा तीन बौद्ध जोड़ें एक मुस्लिम जोड़ें और 26 हिंदू जोड़ों का धार्मिक रीति रिवाज के अनुरूप विवाह संपन्न कराया गया।

इस सामूहिक विवाह को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी गुरप्रीत कौर ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत 25 हजार रूपये का प्रावधान है। जिसके तहत 5000 व्यवस्था खर्च और 19 हजार की सामग्री ग्रस्त जीवन के लिए दी जा रही है। वहीं 1000 रुपये का चेक नवविवाहित जोड़ों को दिया गया है।जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग गुरप्रीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत आयोजित सामूहिक विवाह की बारात जोर शोर से बाजे गाजे के साथ शहर में निकली। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी जमकर थिरके। इस सामूहिक विवाह के आयोजन में वर वधु को आशीर्वाद देने बड़ी संख्या में परिवारिक सदस्यों के अलावा शहर के गणमान्य लोग शामिल हुए।